RBI Monetary Policy : आरबीआई के गवर्नर श्री शक्तिकांत दास जी ने अभी जानकारी दी है। लगातार वे 11वीं बार रेपो रेट में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। इसका मतलब यह है। कि अगर आपके पास किसी घर का किस्त (EMI) आपके पास है तो उसमें आपको कोई भी राहत नहीं मिलने वाली है।
रिजर्व बैंक आफ इंडिया (RBI) की नई पॉलिसी आ चुकी है। जिसमें की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (मौद्रिक नीति समिति) का आज तीन दिन से बैठक चल रहा है। जिसको आज 3 दिन होने वाला है। केंद्रीय बैंक के गवर्नर श्री शक्तिकांत दास जी ने बैठक में कई बड़े फैसले ऐलान किए हैं बता दे। कि आपको बहुत सारे लोग आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहे हैं। लेकिन उसमें कोई भी फैसला नहीं लिया गया है। इस बैठक में ज्यादातर रेपो के रेट पर बात किया गया है और लगातार इस पर फैसले लिए जा रहे हैं इस बार 11वीं बार ऐसा हो चुका है की आरबीआई ने रेपो के रेट में कोई भी बदलाव नहीं किए हैं।
RBI Monetary Policy
रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के गवर्नर के द्वारा मीटिंग किया जा रहा है जिसमें की काफी चीजों पर चर्चा हो रही है। और कई सारे विशेषज्ञ भी इस मीटिंग में मौजूद है। जिससे कि जीडीपी की ग्रोथ पर बात हो रही है। आरबीआई ने रेपो दर को बनाए रखने का ऐलान किया है रिजर्व बैंक के गवर्नर ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर बताया कि 6 दिसंबर 2024 को 10:00 बजे मौद्रिक नीति पर नया बयान देने वाली है।
यह मीटिंग 10 दिसंबर को समाप्त हो जाएगा केंद्र बैंक ने फरवरी 2023 में रेपो पर बात किया था। जिसमें इसे बदलकर सॉफ्ट टर्म लोडिंग रेट को 6.5% तक बढ़ा दिया गया। सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है की महंगाई अभी भी 4% बनी रहनी चाहिए जिसमें की दोनों तरफ से 2% मार्जिन हो बहुत सारे लोगों का यह भी मानना है कि रेपो के रेट में कटौती की जानी चाहिए।
यदि आरबीआई के अगली सुनवाई तक कमेटी ऐसे ही करती रही तो सरकार फैसला कर सकती है। कि रैटों के दरों पर कि इसको घटकर 6.5% तक हो जानी चाहिए। इससे लंबे समय तक होम लोन, पर्सनल लोन और ऑटो लोन में इंटरेस्ट डाटा घटती हुई नजर आने वाली है।